सिद्वी विनायक गणेश मंदिर नागदा देवास
देवास जिले के पास नागदा नामक गांव में गणेश भगवान का महाभारत कालीन लगभग पांच हजार वर्ष पुराना मंदिर है जिसके बारे में यह प्रसिद्ध है कि इस मंदिर की स्थापना नागवंश के राजा तक्षक के पुत्र परीक्षित ने की थी। यहाॅ पर नागराज परीक्षित की मूर्ति है जिसके बारे में कहा जाता है कि जब अर्जुन के द्वारा नागलोक को जलाया गया था तब एक मात्र नाग के रूप में तक्षक के पुत्र परीक्षित बचे थे।
यहाॅ पर एक पानी का कुण्ड है जिसमें 12 माह पानी भरा रहता है इस पानी को लगाने से सफेद दाग धब्बे छूट जाते हैं, ऐसी मान्यता है। मंदिर परिसर में शिव पार्वती, पंचमुखी हनुमान अनेक मूर्तियां है। बरगद के पेड की जड़ में भगवान गणेश मौजूद है।
इस मंदिर के पास ही परमार कालीन शिव मंदिर है। जिसमें भगवान षिव परिवार सहित मौजूद है, और मंदिर के बाहर गणिकाओं यक्ष, किन्नर की मूर्तियां बनी हुई है। इसके शीर्ष पर पार्वती जी का वाहन चारांे दिषाओं में मौजूद है। यह 12वीं शताब्दी का मंदिर है।
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